ओस की बूँद जैसी मासूम हो
तुम
तारे की धीमी रौशनी की साज हो
तुम
फूल की पंखुड़ी जैसी सख्त हो
तुम
सावन के झूले सी मदमस्त हो
तुम
मेरी दुनियां में सबसे अनमोल हो
तुम ,
मेरे सपनो की दुनिया की
पहली हकीकत हो
तुम ॥
तुम
तारे की धीमी रौशनी की साज हो
तुम
फूल की पंखुड़ी जैसी सख्त हो
तुम
सावन के झूले सी मदमस्त हो
तुम
मेरी दुनियां में सबसे अनमोल हो
तुम ,
मेरे सपनो की दुनिया की
पहली हकीकत हो
तुम ॥