अक्सर मन और दिमाग में कुछ विचार चलते रहते है...इन्ही विचारो को शब्द रुपी माला में पिरोने का प्रयास...धन्यवाद
September 10, 2011
एक शुरुवात
पाईरेसी रोकने की एक मुहिम । देवेश ,जय तथा मोहन के सहयोग से इस वीडियो को बनाने में सफलता प्राप्त हुई ।
September 5, 2011
शिक्षक दिवस
देवेश प्रताप
ये रचना हमारे सभी शिक्षकों को समर्पित है .....धन्यवाद
माँ ने ऊँगली पकड़ कर चलना सिखाया
किस राश्ते पर कैसे चलना है वो आपने बतलाया ॥
गीली मिटटी के लोए कि तरह कोई अकार न था
ज्ञान की चाक पर आपने हमारा अकार बनाया ॥
जब भी बहके , जब लडखडाये अपने कदम से
सख्त हो कर आपने हमें सम्भलना सिखाया ॥
हर सवाल कठिन था , हर जवाब मुश्किल था
ज्ञान के प्रकाश हर सवाल का जवाब और हर जवाब को आसां कर समझाया ॥
ये रचना हमारे सभी शिक्षकों को समर्पित है .....धन्यवाद
माँ ने ऊँगली पकड़ कर चलना सिखाया
किस राश्ते पर कैसे चलना है वो आपने बतलाया ॥
गीली मिटटी के लोए कि तरह कोई अकार न था
ज्ञान की चाक पर आपने हमारा अकार बनाया ॥
जब भी बहके , जब लडखडाये अपने कदम से
सख्त हो कर आपने हमें सम्भलना सिखाया ॥
हर सवाल कठिन था , हर जवाब मुश्किल था
ज्ञान के प्रकाश हर सवाल का जवाब और हर जवाब को आसां कर समझाया ॥
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